कैमूर: निगरानी विभाग के डीएसपी के नेतृत्व में 6 सदस्यिय टीम का कैमूर जिले के चेक पोस्ट पर तैनात उत्पाद विभाग के इस्पेक्टर निरंजन कुमार के प्राइवेट आवास मोहनिया और उनके पटना के दो आवास पर छापा पड़ा।
निगरानी की टीम सुबह दस बजे ही कैमूर आ गई थी लेकिन निरंजन कुमार द्वारा उनका फोन नहीं उठाए जाने के कारण टीम को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा। टीम पहले मोहनिया तो फिर भभुआ मजिस्ट्रेट की बहाली के लिए दौड़ती रही।
करीब 5 घंटे के बाद मजिस्ट्रेट बहाल होने पर निगरानी की टीम ने निरंजन राम के रहने वाले प्राइवेट आवास के कुंडी का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश कर कागजी कार्रवाई पूरा किया।
जब छापामारी शुरू हुआ तो 5 घंटे बाद निगरानी के डीएसपी को उत्पाद विभाग कैमूर के इंस्पेक्टर निरंजन कुमार फोन करके अपने आने की सूचना दिए। उनकी उपस्थिति में सारी कागजी कार्रवाई पूरी की गई ।
जानकारी देते हुए निगरानी के डीएसपी ने बताया आय से अधिक संपत्ति के विरुध में निगरानी में डीए में केस इन के विरुद्ध दर्ज है। उसी उपलक्ष में मोहनिया और पटना में किराए के मकान की तलाशी ली गई।
किराए के मकान में कोई चल संपत्ति या मूल्यवान संपत्ति नहीं मिला। इनके पटना के दो ठिकानों पर छापेमारी चल रहा है। वहां कुछ बरामद हुआ है। इनके घर छापा मारा गया, यह उत्पाद विभाग इस्पेक्टर निरंजन कुमार है। डीएसपी के नेतृत्व में कुल 6 सदस्य निगरानी के यहां कैमूर पटना से आए हुए हैं।
इनका किराए का रूम बंद होने के कारण दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति के लिए मोहनिया और भभुआ जाना पड़ा। पहले कई बार इनको फोन किया गया लेकिन यह फोन नहीं उठाएं, पांच-छह घंटा के बाद यह उपस्थित हो पाए हैं।
उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर निरंजन कुमार ने बताया है कि हम लगातार इन लोग का सपोर्ट कर रहे हैं । यह किस चीज के बारे में छापामारी कर रहे हैं जानकारी नहीं हो पाया है। यह लोग निगरानी के बता रहे थे।